हम अपने जीवन को समय की गति के साथ कैसे गतिशील करें

अगर हम अपने जीवन लक्ष्य पर विचार करें तो पाएंगे कि अधिकतर हम आत्म -संतुष्टि , परम- आनंद, अतुलनीय सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि इत्यादि को प्राप्त करना मुख्य तौर पर होता है | हम अपने जीवन लक्ष्यों को प्राप्त करने का आधार अपनी इंद्रियों द्वारा चयनित मार्ग को बनाते हैं जो अधिकांशतः भौतिक सम्पदा को प्राप्त करना होता है, यहां हम स्पष्ट्तः ही देख सकते हैं कि अगर हमारी भौतिक सम्पदा क्षीण होती है तो जीवन लक्ष्य भी अक्षुण नहीं रह सकेगा | यहां पर प्रासांगिक होगा कि हम अपने जीवन लक्ष्य को प्राप्त करने हेतु ऐसे मार्ग के विषय में विचार करें जो हमारे लक्ष्य को अक्षुणता प्रदान कर इसे समय की सीमा के पार हर देश काल में जीवन्तता प्रदान कर समाज में एक प्रेरणास्रोत उदाहरण बन सके | अगर हम अपने जीवन लक्ष्यों को प्राप्त करने हेतु अपना मार्ग भौतिक सम्पदा को प्राप्त कर स्वयं के हित के साथ-साथ मानव -मात्र के हित के विषय में भी सोचते हैं तो हमारी भौतिक सम्पदा में कमी आने पर भी हमारा जीवन लक्ष्य अक्षुण र...