धन व् ऐशवर्य को प्राप्त करने का एकमात्र उपाय

भगवान बिष्णु जी की इस फोटो में छिपे सन्देश को समझने का प्रयास तथा उसका उल्लेख करना आज हमारे लिए प्रासंगिक होगा | इस फोटो में हम देवी लक्ष्मी जी को भगवान बिष्णु जी के चरणों के समीप विराजमान देख रहे हैं, हम लक्ष्मी जी को धन तथा अतुलनीय ऐष्वर्य के प्रतीक के रूप जानते हैं | इस फोटो को देखने से कुछ इस तरह का भी सन्देश मिलता है कि धन तथा ऐष्वर्य का स्वामी वह व्यक्ति है जिसमें भयंकर बिषधरी शेषनाग की शैया पर बिना किसी भय तथा डर के आसीन हो सकने का गुण हो | अगर हम उपर्युक्त फोटो के सन्देश को अपने जीवन के साथ जोड़कर देखें तो हमें अपनी इंद्रियों से प्रेरित भावनाओं के प्रभाव से तटस्थ होना होगा अर्थात लालच ,छल ,कपट, ईर्ष्या ,द्वेष आदि के प्रभाव को अपने ऊपर कम करना होगा तभी हम अतुलनीय धन तथा ऐष्वर्य के स्वामी बन सकेंगे |