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आदर्श समाज की धुरी पर एक दृष्टांत

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आज मैं समाज के जिस अंग पर रोशनी डाल रहा हूँ, प्रासांगिक ही होगा कि हम  पहले  " धुरी " शब्द पर विचार कर लें तदुपरांत ही विषय की गंभीरता को समझें | आज अपने दैनिक जीवन में हम लगभग प्रत्येक मशीन  को चलाने के लिए व्हील या जिसे पहियाँ कहते हैं का प्रयोग करते हैं | बात चाहें यातायात के साधन (बस ,कार ,रेल ,मोटरसाइकिल, हवाई जहाज ,अंतरिक्ष यान , साइकिल , बैलगाड़ी इत्यादि ), किसी भी कम्पनी में वस्तुएं निर्माण हेतु प्रयुक्त मशीनों या  बिजली निर्माण में प्रयुक्त टरबाइन तथा अन्य मशीने इत्यादि,  की हो हम वहां व्हील के प्रयोग द्वारा इन सभी मशीनों को चलता हुआ देखते हैं और इस व्हील के केंद्र को हम " धुरी " कहते हैं | अगर हम बात अपने सौरमंडल की करें तो जिस केंद्र पर सूर्य और अन्य गृह घूम रहे हैं उस केंद्र को हम " धुरी " ही कहते हैं |  उपरोक्त तथ्यों की रोशनी में यह बात तो स्वतः ही स्पष्ट हो जाती है कि व्हील की " धुरी " का उचित ढंग से प्रयोग नहीं होने पर सभी मशीनों की उत्कृष्टतम कार्यकुशलता नहीं मिल सकेगी | इस प्रकार हम अपन...